चांद के बारे में ऐसी बाते जो आप नहीं जानते हो।


दोस्तो मै आशा करता हूं कि आप सब अच्छे होंगे,चांद को हम रातो को आसमान में चमकते देखते है और चांद रात को आसमान में सबसे चमकीला दिखाई देता,और    पृथ्वी का इकलौता प्राकृतिक उपग्रह है जो हमारे पृथ्वी के चारो और परिक्रमा करता है, यह आकर के हिसाब हमारे सौरमंडल का 5 वा सबसे बड़ा उपग्रह है। रात में ऋषणिंका एकमात्र प्राकृतिक प्रकाश को स्रोत है। लेकिन यह खुद नहीं चमकता है,यह सूर्य के रोशनिब्ज चमकता है,और हमे लगता है कि यह खुद चमकता है,चांद रात को बहुत ही खूबूरत दिखाई देता है।आज हम इसी चांद से जुड़ी कुछ ऐसी बाते करेगें जो शायद आप नहीं जानते हो।           

क्या चांद अंदर से खोखला है


Moon
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एक बार नासा के वैज्ञानिकों ने चांद पर जानबूझकर एक सैटलेलाइट गिराया,उन्होंने सोचा कि यह गिरकर चांद के अंदर चला जाएगा पर जब सैटलाइट गिरा तब जोर जोर से चांद से आवाज आने लगी यह आवाज तब आती है जब किसी खोखले वस्तु पर मेरा जाता है।इस प्रयोग से  हम जान गए की चांद अंदर से खोखला है परवरिश बात को हम पूरी तरह नहीं कहा जा सकता की चांद पूरी तरह खोखला है।

क्या चांद पर सूर्य ग्रहण और पृथ्वी ग्रहण होती है?

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बहुत सारी रिसर्च कहती है कि चांद पर सूर्य ग्रहण होती हैं,ये तब होती हैं जब पृथ्वी पर चन्द्र ग्रहण होती है और पृथ्वी ग्रहण भी चांद पर होती है इसके बारे में मैंने अपने पिछले पोस्ट सूर्य के बारे मैं ऐसी बाते जो आप नहीं जानते हो मैंने उसमें बताया है कि चांद 
 भी पृथ्वी ग्रहण होती हैं पर इस बात का पूरी तरह कोई सबूत नहीं है।

चांद कैसे बना?

बहुत सी थिअरी है जो बतलाती है कि चांद कैसे बना उसमें से एक थिअरी यह भी है कि  आज से अरबों साल पहले थैया नामक  उल्का पृथ्वी से टकराया और पृथ्वी का एक भाग टूट गया और वह चांद बन गया, कुछ थिअरी कहती है कि अरबों सालो पहले पृथ्वी के कक्ष में मंगल के आकार का ग्रह था,दोनों सूर्य कि परिक्रमा करते थे ,एक बार किसी कारण से दोनों ग्रह आपस ने टकरा गए और वह ग्रह नष्ट होगया और पृथ्वी का एक हिस्सा टूट गया ।और वही चांद है एक और थिअरी है जो कुछ अजीब है वह थिअरी बतलाती है कि चांद को किसी दूसरे ग्रहों के लोगो ने
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 बनाया है इसके कहने की पीछे कारण यह है कि चांद का आकार बिलकुर गोल है,लेकिन अन्य आकाशीय पिंड जैसे पृथ्वी,बुध,गुरु,और शनि,तथा मंगल गुरु,शनि,इत्यादि के उपग्रह पूरी तरह गोल नहीं है,चांद का कक्ष पूरी तरह वृतकार है जो किसी ग्रह,उपग्रह का नहीं है।और यह ग्रह के हिसाब से सबसे बड़ा ग्रह है,जो किसी भी ग्रह का नहीं है।इसके इतना कोई भी उपग्रह अपने ग्रह को कंट्रोल नहीं करता है यह पृथ्वी को इतना कंट्रोल करता है कि यह इसे लगभग 180 डिग्री तक मोड़ देता है।पर इस बात का सबूत नहीं है कि चांद को किसी दूसरे ग्रह के इंसानों ने बनाया है।
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चांद नहीं होगा तो पृथ्वी पर दिन 6 घंटे का होगा।कैसे?

चांद नहीं होगा तो पृथ्वी पर दिन मात्र 6 घंटे का रह जाएगा।लेकिन कैसे? अभी आपने ऊपर पढ़ा की चांद पृथ्वी को बहुत ज्यादा कंट्रोल करता है,जिससे पृथ्वी की गति कम हो जाती हैं,और पृथ्वी पर दिन 24 घंटे का हो जाता है,यदि चांद न होता तो पृथ्वी की गति बहुत ज्यादा हो जाएगी,जिसे यह सूर्य की परिक्रमा बहुत ज्यादा तेजी से करना शुरु कर देगी जिससे दिन  मात्र 6 घंटा का रह जाएगा।

रात में चांद कभी दिखाई देता है,कभी दिखाई नहीं देता है।क्यो?

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चांद का छोटा बड़ा दिखाई देना।

आपने कभी सोचा है चांद कभी छोटा कभी बड़ा और कभी दिखाई ही नहीं देता है क्यो?हम सब जानते है कि चांद सूर्य की रोशनी से चमकता है,और हमे रात में दिखाई देता है,जब चांद पर सूर्य की रोशनी कम पड़ती है तो चांद छोटा दिखाई देता है,जब ज्यादा सूर्य की रोशनी चांद पर पड़ती है तो बड़ा दिखाई देता है,और जब सूर्य की रोशनी चांद पर पड़ती ही नहीं है तो चांद बिल्कुल नहीं दिखी देता है।इस लिए चांद कभी रात को दिखाई देता है जबकि कभी दिखाई नहीं देता है।
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चांद की ग्रैविटी यानी गुरुत्वाकर्षण शक्ति कितनी है?

पृथ्वी की तुलना में चांद की गुरुत्वाकर्षण शक्ति बहुत कम है,पर इतना भी कम नहीं यह पृथ्वी को अपने गुरुत्वाकर्षण शक्ति से इसकी स्पीड बहुत कम कर देती है,इसकी गुरुत्वाकर्षण शक्ति पृथ्वी का1/6 है। पृथ्वी और इसके बीच की दूरी लगभग 384000 है जो कि हमारी पृथ्वी की परिधि से 30 गुना ज्यादा है।

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