पृथ्वी का एक चांद क्यो है?

चांद और धरती


चांद रात को हम सबको कितना अच्छा दिखता है,हमारे देश में बच्चे प्यार से चांद को चंदा मामा कहते है,तो दोस्तो हम सब जानते है कि पृथ्वी का ही एक चांद है, चांद को उपग्रह भी कहते है।तो पृथ्वी का एक ही चांद क्यो होता है?आज हम इस पोस्ट में जानेंगे।

दोस्तो यदि हम बात करे आंतरिक ग्रहों की तो बुध और शुक्र के पास अपना कोई उपग्रह नहीं है,पृथ्वी का एक और मंगल के दो उपग्रह यानी चांद है।मंगल वाले दोनों उपग्रहों फबोस और डीमोस बहुत ही छोटे उपग्रह है,आंतरिक ग्रहों को स्थलीय ग्रह कहा जाता हैं क्योंकि अधिकांश यह लोहे मिट्टी,चट्टान से मिलकर बने होते है। यदि बात करे बाह्य ग्रह की तो यह हल्के तत्वों से मिलकर बने होते है,तो दोस्तो पृथ्वी का एक ही चांद क्यो है उसके साथ बहुत से सवाल भी खड़े होते है।

  1. आंतरिक ग्रह सूर्य के नजदीक होते है जबकि बाह्य ग्रह सूर्य से दूर पाए जाते है,क्यो?
  2. सभी बाह्य ग्रह विशाल जबकि आंतरिक ग्रह छोटे क्यों होते है?
  3. आंतरिक ग्रह के कम और बाह्य ग्रह के ज्यादा उपग्रह क्यो होते है?
  4. पृथ्वी के पास एक चांद है,इसकी उत्पति कैसे हुई है।
दोस्तो यह जानने से पहले हमे यह जान लेना चाहिए कि हमारा सौरमंडल कैसे बना ,इसमें


 सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे।
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कुछ सवाल ऐसे भी जिसका जवाब विज्ञान के पास नही है: The questions of which science has no answer.

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हमारा सौरमंडल और सूर्य कैसे बना है?

Solar system


बहुत साल  पहले एक बहुत विशाल घूमता हुआ बादल जिसका नाम protoplanetary चक्र है वैज्ञानिकों की मानो तो सूर्य का जन्म इसी चक्र से हुआ है।जब सूर्य का जन्म होने कि प्रक्रिया हो रही थी,तब उसी protoplanetary चक्र से सौरमंडल ग्रहों ,उपग्रहों  व अन्य पिंडो का भी जन्म  हो रहा था। क्योंकि चक्र के बीच में सूर्य बन रहा था,इसलिए नए नवेले सूर्य के आसपास यानी आंतरिक सौरमंडल का तापमान बहुत ही बढ़ गई थी। बहुत ज्यादा तापमान होने के कारण सूर्य के आसपास यानी आंतरिक सौरमंडल मे अधिक क्वाथनांक(जिस तप पर कोई पदार्थ उबलना शुरू करें) वाले तत्वों को छोड़कर,सब वाष्प बन गए, जिसके कारण ग्रह बनाने के लिए लोहा,सोना,चांदी,सिलिकॉन, सल्फर, एल्युमिनियम जैसे भारी तत्व बचे जो बहुत कम थे,और इनसे जो ग्रह बन रहे थे काफी छोटे बने,तो उनकी,गुरुत्वाकर्षण शक्ति बहुत ही कम थी,जिसके कारण वे ग्रह गैस को अपनी तरफ खींच नहीं पाए,वैसे भी आंतरिक सौरमंडल की अधिकतर तत्वों सूर्य के निर्माण में खत्म हो चुकी थी।और इसलिए हमे सूर्य के आसपास वाले ग्रह यान आंतरिक ग्रह जैसे बुध,शुक्र,पृथ्वी,मंगल कठोर सतह वाले तुलनात्मक रूप से छोटे बने,जिनके पास बहुत ही कम उपग्रह है।जबकि बाह्य सौरमंडल (यानी जो सूर्य से दूर थे) को सूर्य से दूर होने के कारण वह का तापमान बहुत ही कम था,इसलिए वह काफी मात्रा में पदार्थ  जैसे मीथेन और जल आदि ग्रह बनाने की स्थिति में थे,इससे यह ग्रह बहुत ही बड़े बने, जिन्होंने अपने गुरुत्वार्षण शक्ति से बहुत से उपग्रह बन लिए।और इस लिए हम देखते है की बृहस्पति,शनि,इत्यादि ग्रह विशाल था पृथ्वी,मंगल जैसे ग्रह छोटे होते है,और बृहस्पति शनि,वरुण जैसे ग्रहों के पास ज्यादा एवं पृथ्वी,शुक्र,जैसे ग्रहों के पास काम उपग्रह होते है,यही कारण है कि पृथ्वी के पास एक चांद यानी एक उपग्रह है।
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चांद की उत्पति कैसे हुई हैं?

वैज्ञानिकों की मानो आज तो चांद की उत्पति पृथ्वी से मंगल नामक ग्रह के टक्कर से चांद की उत्पति  हुई है।
दोस्तो मैं आशा करता हूं कि ऊपर दिए गए सभी सवालों का जवाब मिल चुका है।

प्लूटो के पास 5 उपग्रह है कैसे?

 प्लूटो के पास 5 उपग्रह है कैसे जबकि इसका गुरुत्वाकर्षण शक्ति पृथ्वी,मंगल,बुध,शुक्र की तुलना में बहुत कम है। प्लूटो के पास 5 उपग्रह का कारण यह है कि प्लूटो के नजदीक काईपर ब्लेट है जिसमें बहुत सारे क्षुद्रग्रह है,प्लूटो के गुरुत्वाकर्षण बल से कुछ क्षुद्रग्रह प्लूटो के चारो तरफ परिक्रमा करने लगी,जिनकी संख्या 5 है,लेकिन इनमें शैरन ही सबसे बड़ा है।

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दोस्तो मैं आशा करता हूं कि आपको यह मालूम हो चुका होगा की पृथ्वी का एक ही चांद क्यो है।

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