भारत गुलाम कैसे हुआ?(How did India be slave)
आज से 500 वर्ष पहले तक भारत दुनिया का सबसे अमीर देश था।भारत पर बहुत से विदेशी राजाओं ने हमले कि और भारत से सोना,चांदी,हीरे इत्यादि लूट कर ले गए।भारत में 31 दिसंबर 1600 में भारत में पहली बार कोई विदेशी कंपनी स्थापित हुई जिसका नाम ईस्ट इण्डिया कम्पनी थी।सन 1612 में अंग्रेजो ने उस नवाब को मर दिया जिसने सूरत में ईस्ट इण्डिया कम्पनी स्थापित करने की इजाजत दी थी।और अंग्रेजो ने पूरे मद्रास पर कब्जा कर लिया।अंग्रेजो ने अपने व्यापार को मद्रास से दूसरे राज्य में फैलाने लगा।अंग्रेज जहा भी जाते वहा कब्जा कर लेते थे।पूरे 150 साल के अंदर उन्होंने पूरे देश को अपने कब्जे में ले लिया और ईस्ट इण्डिया कम्पनी का झंडा फहराया।शुरू में तो किसी को भनक भी न थी की अंग्रेजो ने पूरे भारत पर कब्जा कर चुके है,बंगाल के नवाब सिराजुद्दौल औलिया की इसकी भनक हुई और उन्होंने ने अंग्रेजो को भारत से भागने कि सोची चुकी उस वक्त बंगाल के नवाब पास 18000 सैनिक थे और अंग्रेजो के पास 300 सैनिक थे,फिर भी वह युद्ध जीत गए जानते हो कैसे?जब अंग्रेजो को पता चला कि बंगाल का नवाब उनके खिलाफ युद्ध करेगा तो अंग्रेज काफी डर गए और अंग्रेज ने अपने गुप्तचर से कहा कि जा कर पाता करो की बंगाल के नवाब के सैनिकों में कौन बिकाऊ है,अंग्रेजो ने उनके सेनापति मीरजाफर को अपनी तरफ यह कर के ले लिया कि वे सिराजुड्डोल औलिया को मारकर मीरजाफर को बंगाल का नवाब बना देंगे।जब युद्ध शुरू हुआ तो मीरजाफर ने अपने आप को अंग्रेजो को आत्मसमर्पण कर दिया इसके साथ ही साथ सारे सैनिकों ने भी आत्मसमपर्ण कर दिया।और अंग्रेज जीत गए यह सब मीरजाफर की वजह से हुआ,यदि उस वक्त अंग्रेज हार जाते तो अंग्रेज भारत पर राज नहीं कर पाते।
अंग्रेजो ने फुट डालने के लिए पूरे काल को तीन भागों में बात दिया
- हिन्दू राज
- मुस्लिम राज
- ब्रिटिश राज
अंग्रेजो ने प्राचीन कल को हिन्दू काल,मध्य काल को मुस्लिम काल और इसके बाद वाले काल को ब्रिटिश काल कहा,लेकिन यहां गौर करने वाली बात यह है कि अंग्रेजो ने पिछले दो कालो को जाती किले हिसाब से बात दिया लेकिन अपने काल को उन्होंनो ने ब्रिटिश काल कहा सच तो यह है कि अंग्रेज ईसाई थे तो उन्हें अपने कलनको ईसाई काल कहना चाहिए यदि उन्होंने अपने काल को ब्रिटिश काल कहा तो उन्हें मुस्लिम काल को अफगानी काल कहना चाहिए क्योंकि मध्य काल के अधिकांश राजा अफगानी ही थे पर उन्होंने ऐसा किया क्योंकि अंग्रेज हिन्दू और मुस्लिम में फुट डालना चाहते थे और अंग्रेजो ने फुट डालने के लिए यह भी कहा कि अंग्रेजो को भारत पर राज करने की हुकूमत औरंगजेब से मिली है जो कि मुसलमान था लेकिन सच तो यह है कि उस वक्त मराठा भी काफी ताकत वर हो चुके थे और अंग्रेजो को भारत पर राज करने के लिए उनसे भी भिड़ना पर था और उस वक्त औरंगजेब काफी कमजोर हो चुका था।लेकिन उन्होंने ने केवल मुसलमानों को ही भारत पर हुकूमत करने का दोसी ठहराया वह भी फुट डालने के लिए और उन्होंने ने फुट डाल भी दिया,और हिन्दू - मुस्लिम आपस में लड़ने लगे कि अंग्रेजो को यह सारी हुकूमत मुसलमानों ने दी है और मुसलमानों कि वजह से भारत गुलाम हुआ है लेकिन सच तो यह है कि भारत मीरजाफर की वजह से गुलाम हुआ है,चुकी हिन्दू - मुस्लिम आपसअं रास्ता साफ हो गया।अंग्रेजो द्वारा फुट अबतक हमारे जहन में,यदि हम चाहते है कि भारत विकसित हो तो हमे सारी कि सारी भेदभाव हटानी पड़ेगी।
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