विश्व के 5 रहस्य(5 Mystery of world in hindi)


ब्रह्माण्ड बहुत विशाल है ब्रह्माण्ड इतना विशाल है कि इस ब्रह्माण्ड में पृथ्वी एक कण के समान है और इस पृथ्वी नामक ग्रह पर जीवन मौजूद है,जहा पृथ्वी पर जीवन है वहीं पृथ्वी में कुछ ऐसे रहस्य भी है जिनके बाते में हमे पता ही नहीं है।
आज हम दुनिया के टॉप 5 रहस्य के बारे में जानेंगे।

विश्व के 5 रहस्य(5 mystery of world in hindi)

1 .2 करोड़ साल पुरानी झील के रहस्य

रूसी वैज्ञानिकों ने दावा किया कि उन्होंने अंटार्कटिक की बर्फ के नीचे दबी दो करो़ड़ साल पुरानी एक झील में छेद करने में सफलता हासिल कर ली है। इससे झील के नीचे के जीवन के बारे में अनोखी और अद्भुत जानकारी मिलने की उम्मीद बंधी है।

रूसी संवाद समिति रिया नोवोस्ती के अनुसार अंटार्कटिक में लेक वोस्तोक में बर्फ के नीचे चार किमी की गहराई पर छेद किया गया है। एक सूत्र ने बताया हमारे वैज्ञानिकों ने 3768 मीटर की गहराई तक छेद किया और वे झील की सतह तक पहुंचने में कामयाब हो गए।

झील का पानी चलायमान है लेकिन बर्फ के नीचे चार किलोमीटर की गहराई पर होने के बावजूद वहां ऑक्सीजन की आपूर्ति पाई गई है। इसके साथ ही खोदी गई बर्फ में पहले ही सूक्ष्म जीवाणु पाए गए हैं।

रूसी विज्ञान अकादमी में खगोल विज्ञान विभाग के निदेशक डॉ. ब्लादीमिर कोतल्याकोव ने बताया लेक वोस्तोक में सूक्ष्म जीवाणुओं की खोज का मतलब हो सकता है कि यूरोप में कहीं और भी जीवन है। डेली मेल में प्रकाशित समाचार में बताया गया है कि रूसी आर्कटिक और अंटार्कटिक शोध संस्थान के विशेषज्ञ अब झील से लिए गए पानी के नमूने की जांच करेंगे।

इस बीच सरकारी रूसी संवाद समिति ने दावा किया है कि जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर के अभिलेखागार का बहुमूल्य गुप्त भंडार इसी जगह के समीप किसी बर्फ के बंकर में दबा हो सकता है। रिया नोवोस्ती ने कहा ऐसा समझा जाता है कि द्वितीय विश्वयुद्ध की समाप्ति के दिनों में नाजी दक्षिणी ध्रुव की ओर बढ़ गए थे और उन्होंने लेक वोस्तोक में अड्डे का निर्माण शुरू कर दिया था।

संवाद समिति ने एडमिरल कार्ल दोंतीज के 1943 के उस बयान का उल्लेख किया है जिसमें कहा गया था, जर्मन के पनडुब्बी बेड़े को इस बात का गर्व है कि उसने हिटलर के लिए अंटार्कटिक में दुनिया के दूसरे छोर पर एक अभेद्य किला बना लिया है। (एजेंसी)

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2.कवह आईजेन ज्वालामुखी, 

कहां: ईस्ट जावा, इंडोनेशिया

क्या है चौंकाने वाला: इस ज्वालामुखी से नीले रंग का खूबसूरत लावा निकलता है

इसके पीछे का रहस्य: आपने लावे को लाल तो सुना होगा लेकिन नीला देखना है तो इंडोनेशिया आना होगा. इसके पीछे का राज़ ये है कि ज्वालामुखी से लगातार सल्फ्यूरिक गैस निकलती है. ये गैस हवा के साथ रिएक्ट करती है और देखने वाले को नीले रंग की प्रतीत होती है. जैसे-जैसे लावा निकलता है, वैसे-वैसे वो गैस के प्रभाव से नीला दिखाई देता है.

3.अब तक अनसुलझा है अमेज़न नदी का रहस्य!

किसी भी नदी की पहचान उसकी धारा, उसके लंबे-चौड़े पाट या किनारे होते हैं. क़ुदरत की सबसे ख़ूबसूरत नेमतों में से एक हैं नदियां. लेकिन बड़ी से बड़ी नदी की शुरुआत भी बहुत छोटी धारा से होती है.

क़िताबें हमें बताती हैं कि फलां नदी, कहीं दूर पहाड़ी से शुरू होती है. जब बारिश होना बंद हो जाती है, तो, बर्फ़ पिघलती है, या ज़मीन के अंदर से कोई झरना फूटता है और पानी की एक धार बहनी शुरू हो जाती है.

कई छोटी-छोटी ऐसी धाराएं आगे जाकर एक दूसरे से मिल जाती हैं. यही धाराएं आगे चलकर बड़ी नदी का रूप ले लेती हैं.

इसका मतलब ये है कि दुनिया की सबसे लंबी या सबसे बड़ी नदियां जैसे नील या फिर अमेज़न की शुरुआत के एक-दो नहीं सैकड़ों शुरुआती बिंदु होते हैं.

लेकिन भूगोल के जानकार, किसी एक ठिकाने को ही नदी की शुरुआत की जगह मानते हैं.


सवाल ये है कि वो ये कैसे तय करते हैं कि कोई नदी कहां से बहना शुरू होती है? और क्या इस फ़ैसले के कुछ ख़ास मायने भी होते हैं?

अमरीका के स्मिथसोनियन नेशनल एयर एंड स्पेस म्यूज़ियम के एंड्र्यू जॉन्स्टन कहते हैं कि किसी नदी की शुरुआत के अलग-अलग ठिकाने माने जाते हैं.

4. दो रहस्य एक में 

1.लामा तेनझीन की 500 साल पुरानी ममी, 

हिमालय में स्पिटी के पास घुइन नामक एक छोटासा क़स्बा है जहा पुराने ज़माने में प्रचलित, खुद की ममी बनाने की संस्कृति देखने को मिलती है ।यहा पर एक छोटे से कमरे में 500 साल की ममी रखी गयी है जिसे कांच से सरंक्षित किया गया है। पंद्रहवी शताब्दी के महंत सांघा तेनझीन की ये ममी है, जिसकी त्वचा और सर के बाल आज भी साबुत है। ये ममी सबसे पहली प्राकृतिक ममी है।

2.जयगढ़ किले का शाही खजाना

जयगढ़ का जैवाना किला दुनिया के सबसे बड़े पहियों वाली तोपो के लिये प्रसिद्द तो है पर साथ साथ साजिश और खजानों की कहानियो के लिये भी प्रसिद्ध है। ऐसा कहा जाता है कि अफगानिस्तान की जंग जीतने के बाद अकबर के रक्षा मंत्री मान सिंग ने युद्ध में जीता हुआ खजाना इसी किले में छुपा के रखा था। सन 1977 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने किले में खजाना और पानी की टंकिया ढूंढने के लिये एक मुहीम चलायी। पर इसमे कुछ भी नहीं पाया गया। इस मुहीम की पूरी कहानी महारानी गायत्री देवी द्वारा लिखी गयी ‘A Princess Remembers’ नामक किताब में पढने को मिलता है।

5.दो रहस्य एक में

1.अद्भुत रहस्य, जो उलझा देंगे आपको भी. , 

 पेड़ में फंसी हुई साइकिल का रहस्य

सन 1950 से एक साइकिल पेड़ के सात फुट ऊपर फसी हुई है ! आज तक इस साइकिल का रहस्य लोगो को पता नही चला कि आखिर ये साइकिल वहां फसी कैसे ! लोग कहते है कि सन 1950 में कोई इस साइकिल को पेड़ के नीचे छोड़ कर चला गया ! और कभी वापस नही आया ! ये 5 अद्भुत और अनसुलझे रहस्य में से एक है !

2. 70 सालो से लगा जाम का रहस्य 


अद्भुत और अनसुलझे रहस्य में से एक 70 साल से लगे जाम का रहस्य भी है ! सोचिये आज कल 10 मिनेट के जाम में हमारी हालात खराब हो जाती है ! लेकिन एक जगह ऐसी भी है जहाँ 70 सालो से जाम लगा हुआ है ! ये जगह यूरोप के बेल्जियम के जंगल मे ! यहां पर 500 से अधिक कार 70 सालो से इस जाम में फंसी हुई है !

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